स्विंग ट्रेडिंग क्या है, Swing Trading Meaning in Hindi,2024

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शेयर मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है. स्विंग ट्रेडिंग क्या है जो निवेशकों को ज्यादा पसंद आती है. एक निवेशक हमेशा शेयर मार्केट में धैर्य के साथ ट्रेडिंग करता है. शेयर मार्केट में लोग ज्यादा तर Intraday Trading और Scalping Trading करते है. 

लेकिन सही राणनीति और धैर्य के साथ लोग Swing Trading में इंट्राडे और सकैलपिंग ट्रेडिंग से ज्यादा पैसे कमा लेते है.

आज हम इस पोस्ट में जानेगे की What Is Swing Trading in Hindi जिससे हम जन सके की Swing Trading Kya Hai और Swing Trading Meaning in Hindi के बारे में. स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है इसके बारे में ठीक से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें.

Swing Trading Meaning In Hindi

Swing Trading का मतलब “झुलाना व्यापार” होता है. शेयर मार्केट में पोजीशन होल्ड कर के आगे-पीछे ट्रेडिंग करने के तरीके को ही स्विंग ट्रेडिंग कहते है. जिसमे हम शेयर की कीमत पर सेल टारगेट बदलते रहते है. तथा पोजीशन होल्ड करने के लिए स्विंग शेयर की डिलीवरी डीमैट अकाउंट में ले लेते है.

Swing Trading Kya Hai

स्विंग ट्रेडिंग क्या है: स्विंग ट्रेडिंग में हम बार-बार Sell Order, buy order और स्टॉप लॉस लगा कर. सुबह 9:15 पर शेयर मार्केट के खुलने पर कंपनी के शेयर खरीद लेते है. उसके बाद 5% से 7% Up Price का Sell Order लगा कर पोजीशन को होल्ड करते है. इसके बाद एक 8% से 9% Down Price का Stop Loss लगा कर.

स्टॉक एक्सचेंज में शेयर टारगेट मैच होने का इंतेजार करते है. फिर शेयर की प्राइस बढ़ने पर शेयर को बेच कर प्रॉफिट बुक कर लेते है. इसलिए इसे स्विंग ट्रेडिंग व् डिलीवरी ट्रेडिंग भी कहते है.

स्विंग ट्रेडिंग में दरअसल खरीदे गए शेयर की Delivery ले ली जाती है. ताकि 3:20PM के बाद जब शेयर मार्केट बंद हो जाये तो सेल आर्डर की पोजीशन होल्ड की जा सके. इसी कारण इसे Delivery Trading भी कहते है.

Swing Trading Kaise Karte Hain

स्विंग ट्रेडिंग करने से पहले हम एक Strategy बनाते है. जिसके हिसाब से हम Share चुनते है और फिर उसपर ट्रेडिंग करते है. सबसे पहले तो एक ऐसी कंपनी के शेयर को चुनेंगे जिसमे स्विंग होता हो. यानी कि उतार-चढाब ज्यादा होता हो. अब उस शेयर का हम ग्राफ देखेगे की इसके शेयर की कीमत में 3 दिन , 7 दिन, 2 हफ्ते या  1 महीने के अंदर कितनी बढ़ी या घटी है .

मान लेते है कि एक कंपनी Reliance के शेयर में 7 दिन के अंदर 50 रुपये प्रति शेयर का उतार-चढाब होता है. अब अपने देखा कि अभी शेयर की कीमत घाट रही है और अब यहां से बढ़ना शुरू होगी . तो अब आप उस कंपनी के शेयर मार्किट के खुलने से बंद होने के बीच खरीद लेंगे.

अब यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है कि आपको स्विंग ट्रेडिंग में मार्जिन मनी का उपयोग नही करना है. क्योंकि आप जो शेयर खरीद रहे है उनकी डिलेवरी लेंगे तो उसके लिए आपको शेयर के पूरे पैसे चुकाने होंगे.

मान लेते है अपने 123 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 10,000 रुपये के शेयर खरीदे और 10,000 रुपये पूरे खर्च करके शेयर को रख लिया.

अब आपको अपने शेयर पर Stop Loss और Target लगाना है. Stop Loss अपने खरीदे हुए शेयर की कीमत से जितना ज्यादा कम हो सके उतना कम लगाए.

ताकि अगर शेयर की कीमत ज्यादा कम होकर बढ़े तो आपको नुकसान न हो. Stop Loss क्या है और कैसे लगाए यह जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.

और अब आप अपने analysis के अनुसार sell का टारगेट लगाए. मान लेते है कि आपके शेयर की कीमत 7 दिन के अंदर 40 रुपये बढ़ेगी. तो आपका sell target होगा. 163 रुपये प्रति शेयर.

अब जैसे ही आपके शेयर की कीमत टारगेट तक पहुचेगी आपके शेयर अपने आप बिक जाएंगे और मुनाफा आपके खाते में होगा.

Swing Trading से ज्यादा मुनाफा कमाने की Strategy और Swing Trading कैसे करे जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.

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Author:

मेरा नाम अंजली है, इस वेबसाइट पर में Stock Market, Mutual Fund, Commodity Market और Trading के बारे में लिखती हु. मैंने MBA ( Marketing & Finance) से किया है. अगर आपका कोई प्रिश्न है तो आप कमेंट में पूछे.

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