जीएसटी क्या होता है, जीएसटी कितने प्रकार की होती है, GST, कर रिटर्न,2024

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किसी भी सामान को खरीदने या बेचते समय GST के बारे में हम सुनते है. कि जीएसटी लगता है, आपको जीएसटी देना और लेना पड़ता है. लेकिन क्या अपने सोचा कि ऐसा क्यों है?, क्योंकि पहले तो किस इभी चीज़ को खरीदने और बेचने पर सिर्फ टैक्स लगता था जीएसटी नहीं.

तो अब जीएसटी क्यों लगने लगा?, यह जानने के लिए हम जीएसटीइ को पूरी तरह से समझना होगा. तो चलिए जानते है की GST Kya Hota Hai और GST Kitne Prakar Ki Hoti Hai.

इसके साथ ही जीएसटी क्या है और जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे में विस्तार जानते है.

GST Kya Hota Hai

जीएसटी क्या है: GST को (Goods and Services Tax) कहते है. यह एक ऐसा टैक्स है जो की india में किसी भी प्रोडक्ट और सर्विस को खरीदने पर लगता है. जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को सर्विस टैक्स, परचेज टैक्स, एक्साइज ड्यूटी जैसे टैक्स को हटा कर लागु किया गया था. जिसके बाद से पुरे भारत में अब सभी प्रोडक्ट एवं सर्विस पर सिफ एक ही टैक्स लगता है जिसे हम GST कहते है.

जीएसटी कि सबसे बड़ी विशेषता यह है. कि किसी भी सामान या सेवाओ पर इसका रेट पुरे देश में एक जेसा होता है. यानी देश के किसी भी कोने में मौजूद कन्सुमर को उस वस्तु पर एक जैसा ही टैक्स देना होता है.

Gst Kitne Prakar Ki Hoti Hai

जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं: GST 4 प्रकार में बांटी गई है. CGST यह (केंद्रीय माल और देवा कर है), SGST यह (राज्य माल और सेवा कर है), IGST यह (एकीकृत माल और सेवा कर है), UTGST यह (केंद्र शासित प्रदेश माल और सेवा कर है) इस प्रकार GST 4 भागों में बांटी गई है.

1. CGST (केंद्रीय माल और देवा कर)

CGST को (Central Goods and Service Tax) कहते है. यह तब लगाया जाता है जब किसी वस्तु या सेवा की राज्य के भीतर ही आपूर्ति होती है. तो इस स्थिति में यह टैक्स केंद्र सरकार को देना होता है. जिसे हम CGST कहते है. यानी कि अगर कोई व्यापारी अपने ही राज्य के किसी दुसरे व्यापारी से वस्तुओ या सेवाओ की खरीदारी करता है.

तो इस सोदे पर उसे CGST भारत सरकार को भी देना होगा.

2. SGST (राज्य माल और सेवा कर)

SGST को (State Goods and Service Tax) कहते है. यह तब लगता है जब किसी वस्तु या सेवा की राज्य के भीतर ही आपूर्ति होती है. तो इस स्थिति में यह टैक्स राज्य सरकार को देना होता है जिसे हम SGST कहते है. यानी कि अगर कोई व्यापारी अपने ही राज्य के किसी दुसरे व्यापारी से वस्तुओ या सेवाओ की खरीदारी करता है. 

तो इस सोदे पर उसे राज्य सरकार को SGST देना होगा जिसमे CGST केंद्र सरकार को जायेगा.

3. IGST (एकीकृत माल और सेवा कर)

IGST को (Integrated Goods and Service Tax) कहते है. यह तब लगता है जब दो अलग-अलग राज्यों के व्यापारियों या कारोबारियों के बीच कोई सोदा होता है. तो इस पर सिर्फ एकीकृत जीएसटी यानी कि integrated GST (IGST) लगेगा. यह दरअसल CGST और SGST दोनों के बराबर का टैक्स होता है. इसे सिर्फ केंद्र सरकार को देना होता है.

हलाकि (IGST) केंद्र सरकार के पास जमा होने के बाद. यह दो बराबर भागों में Central और State Government को मिल जाता है. यानी कि IGST की वसूली का अधिकार अकेले केंद्र के पास होता है.

जबकि प्राप्ति केंद्र और राज्य दोनों को बराबर-बराबर होती है. किसी दुसरे देश से माल या सेवा के लेन-देन वाले सोदे भी IGST के दायरे में ही आते है.

4. UTGST (केंद्र शासित प्रदेश माल और सेवा कर)

UTGST को (Union Territory Goods and Services Tax) कहते है. यह तब लगता है जब किसी वस्तु या सेवा की केंद्र शासित प्रदेश के अन्दर ही आपूर्ति होती है. तो इस इस्थिति में यह टैक्स केंद्र सरकार को देना होता है. जिसे हम UTGST कहते है. UTGST भी SGST की तरह ही लगता है जिसका टैक्स बराबर बंटा जाता है.

GST Return Kya Hota Hai

जीएसटी सिस्टम में कारोबारियों के व्यवसाय पर नजर रखने के लिए निगरानी के तमाम स्टेप्स बनाये गए है. हर महीने कि कुल बिक्री, खरीदारी और टैक्स देनदारी को लेकर विवरण सरकार के पास पहुंचेगा और ये सारे विवरण ऑनलाइन होंगे. सोदों के सही मिलान होने पर ही पहले के चरणों में जमा किया गया GST टैक्स क्रेडिट के माध्यम से वापस होगा. 

जो टैक्स हमे वापस होता है. उसे हम GST Return कहते है.

GST Kis Prakar Ka Kar Hai

जब भी आप किसी Product को खरीदते है या कोई Service लेते है तो उन सब पर एक Tax लगाया जाता है. इस तरह के Tax को Goods and Service Tax कहते है. जिसको हम Short में GST कहते है. GST सभी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं पर लगने वाला tax है जिसे ग्राहकों से लिया जाता है.

इसके साथ ही ग्राहकों द्वारा लिया गया यह tax व्यापारिओं को सरकार को भरना पढता है.

Gst Full Form in Hindi

GST का full form “माल और सेवा कर” होता है.

GST Ka Pura Naam

GST का पूरा नाम गुड्स और सर्विस टैक्स होता है.

GST Kab Lagu Hua Tha

GST 01-July-2017 को लागु हुआ था.

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Author:

Hello, Readers, मेरा नाम सोनाली है, में इस ब्लॉग पर Loan, Tax, Insurance, आदि के बारे में पोस्ट लिखती हु. मैंने अपनी पढाई में B.com (Jiwaji University) से किया है. मुझ से आप लोन, टैक्स और इन्सुरांस से जुड़े सवाल पूछ सकते है.

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