बीमा क्या है, बीमा के प्रकार, बीमा क्यों जरूरी है, बीमा की परिभाषा

आज के समय में लगभग हर चीज का इंश्योरेंस हो सकता है. आपने कई बार इंश्योरेंस शब्द के बारे में सुना होगा जैसे कि जीवन बीमा इंश्योरेंस, कार का इंश्योरेंस, मोटरसाइकिल का इंश्योरेंस, घर का इंश्योरेंस इत्यादि.

आज हम इस पोस्ट में Insurance Kya Hota Hai और Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain इसके बारे में विस्तार से जानेंगे.

Insurance Kya Hota Hai और Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain

हम बीमा की परिभाषा समझेंगे. साथ ही बीमा क्या है और बीमा के प्रकार कितने होते है इनकी जानकारी प्राप्त करेंगे. बीमा के बारे में ठीक से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें.

Insurance Kya Hota Hai

इंश्योरेंस क्या होता है: इंश्योरेंस (बीमा) का मतलब जिम्मेदारी लेना होता है. बीमा इंश्योरेंस आज के समय में एक ऐसी सुविधा है जो कि एक व्यक्ति, किसी वस्तु या व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए लिया जाता है. जहाँ किसी व्यक्ति की म्रत्यु होने पर, बीमार होने पर व किसी चीज़ के चोरे होने पर, ख़राब होने पर उसके नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी मुआवजा दे कर करती है. जिसकी गारंटी इंश्योरेंस कंपनी बीमा देते समय देती है.

जिसको लेने के लिए हमे उस बीमा के अमाउंट की किश्ते (प्रीमियम) हर महिना तय किये गए समय तक भरनी होती है.

इसी को हम बीमा इंश्योरेंस कहते है. जो की हम किसी भी नुकसान होने वाली चीज़ या वस्तु के लिए ले सकते है.

Insurance Kitne Prakar Ke Hote Hain

  1. Life Insurance
  2. Home Insurance
  3. Medical / Health Insurance
  4. Personal Accident Insurance
  5. Vehicle Insurance
  6. Crop & Farmer Insurance
  7. Travel Insurance
  8. Mobile Insurance

बीमा के प्रकार: जीवन बीमा, घर का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, एक्सीडेंट बीमा, वाहन बीमा, फसल बीमा, ट्रेवल बीमा, मोबाइल बीमा, दूकान बीमा आदि शामिल है.

यह इंश्योरेंस किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए लिया जाता है. यह सभी लोगों द्वारा लिए जाने वाले सबसे सामान्य बीमा है. जिनको एक आम व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में लेता है.

Insurance Ke Fayde

बीमा के लाभ: इंश्योरेंस हमें एक प्रकार की सुरक्षा प्रदान करता है. इससे हमें कई प्रकार से मदद भी मिलती है. जैसे की आर्थिक सुरक्षा और मानसिक शांति. जब हमें कोई भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है तो उसकी भरपाई इंश्योरेंस देने वाली कंपनी करती है. तथा किसी भी दुर्घटना या किसी बुरे वक्त के आने पर आर्थिक कमजोरी महसूस नही होती.

क्योंकि हमें पता होता है कि हमने एक इंश्योरेंस करवा रखा है.

अगर हमें भविष्य में कोई परेशानी आती है तो इस परेशानी में होने वाले आर्थिक खर्चों की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी कर देगी.

अगर आप इंश्योरेंस करवाना चाहते हैं. तो आपके लिए सलाह है कि आप अपनी जरूरत के हिसाब से ही बीमा करवाए.

Insurance Kyu Jaruri Hai

बीमा क्यों जरूरी है: हर परिवार में किसी एक व्यक्ति पर घर की जिम्मेदारियां होती है. अगर उस व्यक्ति के स्वास्थ्य पर कोई असर पड़े या उसके काम पर कोई असर पड़े तो पूरे परिवार को आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इंश्योरेंस आपके लिए एक आर्थिक सुरक्षा का काम करता है साथ ही साथ आपको एक मानसिक शांति भी प्रदान करता है.

ताकि जब भी आपके परिवार के जिम्मेदार व्यक्ति पर कोई परेशानी आए. तो आपको आर्थिक परेशानी ना उठानी पड़े साथ ही आपको एक मानसिक तसल्ली मिले.

वह व्यक्ति जो इनकम टैक्स में भी अपने इंश्योरेंस प्रीमियम की जानकारी देते है. वह टैक्स में बचत प्राप्त कर सकते हैं. इसलिए इंश्योरेंस करवाना जरुरी है.

Insurance Kaisa Hota Hai

इंश्योरेंस किसी भी व्यक्ति का तब होता है जब वह स्वास्थ हो और उसकी आयु 65 वर्ष से अधिक न हो. तथा किसी वस्तु का बीमा तब होता है. जब वह अच्छी कंडीशन में (ठीक) इस्थिति में हो. आप किसी भी इंश्योरेंस कंपनी जैसे LIC Insurance, HDFC Standard Life Insurance, TATA AIG Life Insurance, SBI Life Insurance आदि की वेबसाइट पर जा कर उनके कांटेक्ट नंबर पर कॉल करके अपनी लोकेशन की जानकारी देना होता है.

इसके बाद उसके एजेंट आपके घर आ कर आपका बीमा कर देते है. इस प्रकार आपको कही जाने की जरूरत नहीं पढ़ती.

आपको बस एक इंश्योरेंस कंपनी को चुनना है और फिर उनके एजेंट आपकी इंश्योरेंस आईडी बनायेंगे और आपका बीमा हो जायेगा. आपको बस अब प्रीमियम पे करना है.

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Questions Answered: (2)

Siyawar ram says:

Kya five year child ka
Kam se kam kitna ka insurance karna parta hai

    यह आप पर निभर करता है क्योंकी insurance की अवधी बढाई जा सकती है.

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